अपने आप को गुरु को समर्पित कर दो



आनंद चहिये तो अपने अहंकार को मार दो |जब तक आप की मै है तब तक प्रभु की प्राप्ति नहीं हो सकती ....गुरु के आगे मरर जाओ नहीं तो काल आ के सब कुछ छुड़ा के ले जायेगा | नकारत्मक होगे तो गुरु से दूर हो जाओगे गुरु मेरी जिन्दगी मै मेरे को मुक्ति देने के लिए आता है | सब काम प्रभु करते है तो फिर हम में में क्यूँ करते है | गुरु के साथ बेठ कर सुख मिलता है संसार वालो के साथ बेठ कर दुखी होते हो | गुरु के प्रेम में इतना डूब जाओ की मन का ही नाश हो जाये .....अपने आप को गुरु को समर्पित कर दो |
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About the Author: This post is written by Abhijit


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